संगरूर: पंजाब की राजनीति में एक बार फिर बड़ा मोड़ आया है। पूर्व विधायक और यूथ कांग्रेस के नेता दलबीर गोल्डी ने आज आधिकारिक तौर पर कांग्रेस में वापसी कर ली है। उनकी वापसी की घोषणा पार्टी के पंजाब मामलों के प्रभारी भूपेश बघेल की मौजूदगी में हुई।
गौरतलब है कि दलबीर गोल्डी ने मुख्यमंत्री भगवंत मान के खिलाफ धूरी से चुनाव लड़ा था। संगरूर लोकसभा सीट न मिलने से नाराज़ होकर उन्होंने कांग्रेस छोड़ दी थी और आम आदमी पार्टी (AAP) का दामन थाम लिया था। लेकिन वहां भी वह जल्द ही असंतुष्ट हो गए।
गोल्डी की कांग्रेस में वापसी की अटकलें काफी समय से लगाई जा रही थीं, लेकिन यह प्रक्रिया वरिष्ठ नेता प्रताप सिंह बाजवा और प्रदेश अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग के बीच सहमति की कमी के कारण रुकी हुई थी।
गिदड़बाहा उपचुनाव के दौरान गोल्डी ने वड़िंग की पत्नी अमृता वड़िंग के लिए प्रचार किया, जिससे उनके कांग्रेस में लौटने के संकेत और तेज हो गए थे। हालांकि प्रताप बाजवा के बयान — “मेरे बिना पार्टी में पत्ता नहीं हिलता” — के बाद मामला कुछ समय के लिए ठंडे बस्ते में चला गया था।
अब जब बाजवा और वड़िंग के बीच सामंजस्य स्थापित हो गया है, दलबीर गोल्डी की घर वापसी संभव हो पाई। उनके लौटने से संगरूर की सियासत में नया मोड़ आ गया है और कांग्रेस के लिए यह एक राजनीतिक बढ़त माना जा रहा है।